Banking Revolution – 2025 में भारत की बैंकिंग इंडस्ट्री में एक ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिला है। वो समय जब सेविंग अकाउंट पर सिर्फ 3-4% ब्याज मिलना आम बात थी, अब बीत चुका है। इस साल कुछ चुनिंदा बैंकों ने अपने ग्राहकों को 9.5% तक की ब्याज दर देने की घोषणा की है, जिससे हर आम नागरिक का ध्यान इस तरफ आकर्षित हो रहा है। मौजूदा आर्थिक माहौल में जहां महंगाई लगातार बढ़ रही है और निवेश के सुरक्षित विकल्पों की मांग तेज़ हो रही है, वहां सेविंग अकाउंट पर इतना ऊंचा रिटर्न मिलना किसी क्रांति से कम नहीं। इस लेख में हम जानेंगे कि किन बैंकों ने यह पहल की है, किसे इसका लाभ मिलेगा, क्या शर्तें हैं और यह आपके जीवन को कैसे बेहतर बना सकता है। साथ ही हम कुछ ऐसे लोगों के उदाहरण भी देखेंगे, जिन्होंने इस मौके का फायदा उठाकर अपने फाइनेंशियल फ्यूचर को मजबूत किया है।
क्यों हो रही है सेविंग अकाउंट पर ब्याज दर में बढ़ोतरी?
बैंकिंग सेक्टर में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और डिजिटल बैंकों की एंट्री ने पारंपरिक बैंकों को मजबूर किया है कि वे ग्राहकों को जोड़ने और बनाए रखने के लिए नई स्कीमें और आकर्षक ब्याज दरें पेश करें। साथ ही, रिजर्व बैंक की नीतियों में हुए कुछ बदलावों के चलते बैंकों को अब ज्यादा लिक्विडिटी की जरूरत है, जिससे वे जमाकर्ताओं को ज्यादा ब्याज ऑफर कर रहे हैं।

प्रमुख कारण:

- डिजिटल बैंकों की बढ़ती संख्या
- ग्राहकों की बढ़ती अपेक्षाएं और जागरूकता
- रेपो रेट में वृद्धि और उसके प्रभाव
- उच्च इनफ्लेशन रेट को बैलेंस करने का प्रयास
कौन-कौन से बैंक दे रहे हैं 9.5% तक ब्याज?
हाल ही में कुछ नॉन-ट्रेडिशनल और स्मॉल फाइनेंस बैंकों ने 9.5% तक ब्याज दर देने की घोषणा की है। नीचे दी गई तालिका में उन बैंकों की जानकारी दी गई है जो सबसे ज्यादा ब्याज दे रहे हैं:

बैंक का नाम | अधिकतम ब्याज दर | न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता | ब्याज मिलने की फ्रीक्वेंसी | अतिरिक्त शर्तें |
---|---|---|---|---|
Jana Small Finance Bank | 9.5% | ₹10,000 | Quarterly | केवल डिजिटल खाते पर लागू |
AU Small Finance Bank | 9.0% | ₹5,000 | Monthly | ऑनलाइन खाता खोलना जरूरी |
Equitas Small Finance Bank | 8.5% | ₹5,000 | Quarterly | सीनियर सिटीजन के लिए एक्स्ट्रा 0.5% |
North East Small Finance | 9.25% | ₹10,000 | Quarterly | केवल न्यूनतम ₹2 लाख तक के डिपॉज़िट |
Fincare Small Finance Bank | 8.75% | ₹10,000 | Quarterly | नया खाता होना चाहिए |
किन ग्राहकों को मिलेगा इस स्कीम का लाभ?
यह स्कीमें खासतौर पर उन ग्राहकों के लिए फायदेमंद हैं जो:
- अपना पैसा लंबे समय तक सेविंग अकाउंट में रखते हैं
- फिक्स्ड डिपॉजिट या म्यूचुअल फंड जैसे विकल्पों से डरते हैं
- रिटायर्ड लोग या सीनियर सिटीज़न हैं जिन्हें नियमित इनकम चाहिए
- डिजिटल बैंकिंग को सहजता से इस्तेमाल करते हैं
एक आम आदमी की कहानी जिसने इस स्कीम से बदली अपनी ज़िंदगी
गाजियाबाद के रहने वाले 62 वर्षीय श्री राजेन्द्र चौधरी ने हाल ही में AU Small Finance Bank में सेविंग अकाउंट खोला और ₹3 लाख की रकम उसमें रखी। हर महीने उन्हें लगभग ₹2,250 तक का ब्याज मिलने लगा, जो पहले ₹750 से भी कम था। उनका कहना है, “अब मुझे अपनी पेंशन के अलावा हर महीने एक्स्ट्रा इनकम मिल रही है जिससे मेरा घरेलू खर्च बहुत आराम से चल रहा है।”
इन स्कीम्स का चयन करते समय किन बातों का ध्यान रखें?
- बैंक की विश्वसनीयता: सिर्फ RBI से रजिस्टर्ड बैंकों में ही खाता खोलें
- इंश्योरेंस कवरेज: DICGC द्वारा ₹5 लाख तक की डिपॉजिट बीमा मिलती है या नहीं देखें
- ऑनलाइन और ऑफलाइन सर्विस की सुविधा
- छिपे हुए चार्जेज या शर्तों को पढ़ें
- ब्याज मिलने की आवृत्ति (monthly/quarterly)
क्या यह मौका हर किसी को लेना चाहिए?
यदि आप अपनी सेविंग से अधिकतम लाभ उठाना चाहते हैं, और आप डिजिटल बैंकिंग का इस्तेमाल करना जानते हैं तो यह मौका आपके लिए है। लेकिन अगर आप बहुत ज्यादा पैसा सेविंग अकाउंट में रखने के इच्छुक नहीं हैं, तो हो सकता है आपको अन्य विकल्प ज्यादा लाभकारी लगें जैसे FD या SIP।
मेरे व्यक्तिगत अनुभव से जुड़ी सलाह

मैंने खुद Jana Small Finance Bank में एक डिजिटल सेविंग अकाउंट ओपन किया था जिसमें शुरुआत में ₹1 लाख जमा किए। पहले महीने में ही जब मुझे ₹780 का ब्याज मिला तो मुझे भरोसा हो गया कि ये स्कीम वाकई काम करती है। धीरे-धीरे मैंने और पैसे शिफ्ट किए और अब मेरी मासिक इनकम में अच्छा इज़ाफा हो गया है। खासकर ऐसे समय में जब बाजार अस्थिर है, इस तरह की स्कीमें सुरक्षित और फायदेमंद विकल्प साबित हो सकती हैं।
2025 की यह बैंकिंग क्रांति खासतौर पर उन लोगों के लिए वरदान साबित हो सकती है जो अपनी सेविंग से बेहतर रिटर्न की तलाश में हैं। पारंपरिक बैंकों की तुलना में ये छोटे फाइनेंस बैंक ज्यादा रिटर्न ऑफर कर रहे हैं लेकिन साथ में थोड़ी रिस्क भी है। इसलिए अगर आप थोड़ी रिस्क लेने को तैयार हैं और डिजिटल सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं, तो यह एक बेहतरीन मौका है अपने फाइनेंशियल प्लान को बेहतर बनाने का।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. क्या यह ब्याज दर सभी ग्राहकों के लिए है?
नहीं, कुछ बैंक सीनियर सिटीज़न या डिजिटल ग्राहकों के लिए ही ज्यादा ब्याज ऑफर करते हैं।
2. क्या ये ब्याज दर स्थायी है या समय के साथ बदल सकती है?
ब्याज दरें बैंक की पॉलिसी और RBI की गाइडलाइंस के अनुसार समय-समय पर बदल सकती हैं।
3. क्या इन सेविंग अकाउंट्स में रिस्क होता है?
छोटे फाइनेंस बैंकों में कुछ रिस्क होता है लेकिन DICGC द्वारा ₹5 लाख तक की जमा राशि सुरक्षित होती है।
4. क्या मैं इन खातों को ऑनलाइन खोल सकता हूं?
हां, अधिकतर बैंक डिजिटल सेविंग अकाउंट ऑनलाइन खोलने की सुविधा देते हैं।
5. इन खातों में मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है क्या?
हां, सेविंग अकाउंट पर मिलने वाला ब्याज टैक्स के दायरे में आता है अगर वह ₹10,000 सालाना से अधिक हो।